भगवती वंदना
जय अम्बे जगदम्ब भवानी जगजननी जगतारिणी ।
हमर विनय पर ध्यान दीअ माँ दुर्गे दुर्गतिनाशिनी ।।
जय अम्बे0 ।।
हमर विनय पर ध्यान दीअ माँ दुर्गे दुर्गतिनाशिनी ।।
जय अम्बे0 ।।
पुत्र बिलखि कए कानए माता, कतए हेरायल मायक ममता ।
दुःख विपत्ति सँ आबो उबारु भय हरु भयहारिणी ।।
जय अम्बे0 ।।
दुःख विपत्ति सँ आबो उबारु भय हरु भयहारिणी ।।
जय अम्बे0 ।।
शरणागत छी हम अग्यानी, क्षमा करु त्रुटि माँ कल्याणी ।
भक्ति शक्ति मति वैभव दीअ महालक्ष्मी वरदायिनी ।।
जय अम्बे0।।
भक्ति शक्ति मति वैभव दीअ महालक्ष्मी वरदायिनी ।।
जय अम्बे0।।
भवसिन्धु 'अरविन्द' पड़ल माँ,'गगन' - भुवन तम तिमिर भरल माँ ।
कृपा सुधा बरसा दीअ काली ब्रह्माणी भवभामिनी ।।
जय अम्बे0 ।।
श्री श्री 108 दुर्गा स्तुति रचनाकार :- अरविन्द "गगन "।